Heart Touching Shayari in Hindi:
“पगली तेरी मोहब्बत ने मेरा ये हाल कर दिया है,मैं नहीं रोता, लोग मुझे देख कर रोते हैं..!!!”
“एक तरफ एक क़ातिल है,एक तरफ एक हसीना,मै क़ातिल की तरफ गया,सोचकर की वो एक ही बार मौत देगा..!!!”
“टुकड़े पड़े थे राह में किसी हसीना की तस्वीर के,लगता है कोई दीवाना आज समझदार हो गया है..!!!”
“हमे भी आते हैं अंदाज़ दिल तोड़ने के,हर दिल में खुदा बसता है यही सोचकर चुप हू मै..!!!”
“करती है बार बार फोन, वो ये कहने के लिए,कि जाओ, मुझे तुमसे बात नही करनी..!!!”
“गुजर जायेगा ये दौर भी, जरा सा इत्मिनान तो रख,जब खुशिया ही नहीं ठहरी, तो गम की क्या बिसात..!!!”
“गुनाह है गर इश्क तो,कबूल है मुझे हर सज़ा इश्क की..!!!”
“ऐ जिंदगी तू सच में बहुत ख़ूबसूरत है,फिर भी तू उसके बिना अच्छी नहीँ लगती..!!!”
“बात तो सिर्फ जज़्बातों की है वरना,मोहब्बत तो सात फेरों के बाद भी नहीं होती..!!!”
“दिए हैं ज़ख़्म तो मरहम का तकल्लुफ न करो,कुछ तो रहने दो, मुझ पे एहसान अपना..!!!”
“मेरे दिल में ज्यादा देर तक रुकता नहीं कोई,लोग कहते हैं मेरे दिल में साया है तेरा..!!!”
“हम तो उम्र भर के मुसाफ़िर हैं,मत पूछ तेरी तलाश में कितने सफ़र किए हैं हमने..!!!”
“दर्द की बारिशों में हम अकेले ही थे,जब बरसी ख़ुशियाँ, न जाने भीड़ कहा से आई..!!!”
“कोई ठुकरा दे तो हँसकर जी लेना,क्यूँकि मोहब्बत की दुनिया में जबरदस्ती नहीं होती..!!!”
“आसमाँ इतनी बुलंदी पे जो इतराता है,भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है..!!!”
“उम्र भर चलते रहे, मगर कंधो पे आये कब्र तक,बस कुछ कदम के वास्ते गैरों का अहसान हो गया..!!!”
“मोहब्बत में सर झुका देना कुछ मुश्किल नहीं,रौशन सूरज भी चाँद कि ख़ातिर डूब जाता है..!!!”
“हमें तो प्यार के दो लफ्ज ही नसीब नहीं,और बदनाम ऐसे जैसे इश्क के बादशाह थे हम..!!!”
“वो तो कह कर चली गयी की मुझे कल से भूल जाना,सदियों से में "आज" को रोक कर बैठा हूँ..!!!”
“चले जाएंगे तुझे तेरे हाल पर छोड़कर,कदर क्या होती है ये तुझे वक्त सिखा देगा..!!!”
“सजा मेरे हिस्से की उनको बस इतनी ही देना मेरे मौला,तारे मै गिनता रहु और वो रात-भर करवटे बदलती रहे..!!!”
“दुआ करते हैं हम सर झुका के,आप अपनी मंज़िल को पाए,अगर आपकी राहों मे कभी अंधेरा आए,तो रोशनी के लिए खुदा हमको जलाए..!!!”
“हो सके तो अब कोई सौदा ना करना,मैं पिछली महोब्बत में जिन्दगी हार आया हूँ..!!!”
“वो अल्फाज़ ही क्या जो समझाने पड़े,मैनें मोहब्बत की थी वकालत नहीं..!!!”
“ना करूं तुझको याद तो खुदकी साँसों में उलझ जाता हूँ मैं,समझ नहीं आता की ज़िन्दगी साँसों से हे या तेरी यादों से..!!!”
“वो मोबाइल के एक फोल्डर में तेरी तस्वीरें इकठ्ठा की है मैंने,बस इसके सिवा और ख़ास कुछ जायदाद नहीं है मेरी..!!!”
“तुम्हारा ख्याल भी तुम्हारी तरह मेरी नही सुनता,जब आता है तो बस आता ही चला जाता है..!!!”
“ये ना समझना कि खुशियो के ही तलबगार है हम,तुम अगर अश्क भी बेचो तो उसके भी खरीदार है हम..!!!”
“मुस्कराते रहो तो दुनिया आप के कदमों मे होगी,वरना आसुओ को तो आखे भी जगह नही देती..!!!”
“कल एक फ़कीर ने मेरी आँखों में झांक के बोला,ऐ बन्दे तू तो बहुत खुशमिजाज़ था… इश्क़ होने से पहले..!!!”
“शायरी मेरा शौक नहीं,ये तो मोहोब्बत की कुछ सज़ाएं हैं..!!!”
“जिनके आँगन में अमीरी का पेड लगता है,उनका हर ऐब ज़माने को हुनर लगता है..!!!”
“ना तेरे आने कि खुशी ना तेरे जाने का गम,गुजर गया वो जमाना जब तेरे दीवाने थे हम..!!!”
“दर्द तो अकेले ही सहते हैं सभी,भीड़ तो बस फ़र्ज़ अदा करती है..!!!”
“इंसान बिकता है,कितना महँगा या सस्ता,ये उसकी मजबूरी तय करती है..!!!”
“वक़्त भी लेता है करवटें कैसी कैसी,इतनी तो उम्र भी ना थी जितने सबक सीख लिए हमने..!!!”
“मेरे दुश्मन भी, मेरे मुरीद हैं शायद,वक़्त बेवक्त मेरा नाम लिया करते हैं,मेरी गली से गुज़रते हैं छुपा के खंजर,रु-ब-रु होने पर सलाम किया करते हैं..!!!”
“मेरी फितरत ही कुछ ऐसी है कि,दर्द सहने का लुत्फ़ उठाता हु मैं..!!!”
“मुझे नींद की इजाज़त भी उसकी यादों से लेनी पड़ती है,जो खुद तो सो जाता है, मुझे करवटों में छोड़ कर..!!!”
“क्यूँ शर्मिंदा करते हो रोज,हाल हमारा पूँछ कर,हाल हमारा वही है जो तुमने बना रखा हैं..!!!”
“परेशान न हो मै गम मै नहीं हुं,सिर्फ मुस्कराने की आदत चली गई हैं..!!!”
“ये इश्क भी क्या चीज़ है ग़ालिब,एक वो है जो धोखा दिए जाते हैं,और एक हम है, जो मौका दिए जाते हैं..!!!”
“आज फिर जख्मों पर नमक डाला गया है,फिर मुद्दा तेरा-मेरा आज उछाला गया है..!!!”
“गर मुहब्बत खेल है, हमने खुद को दांव पे लगा दिया है,अब दुआ करते हैं रब से, तुम ज़रूर जीतो..!!!”
“पहले तो यूँ ही गुजर जाती थी,तुमसे मोहब्बत हुई तो रातों का एहसास हुआ..!!!”
“मैंने पूछा लोग कब चाहेंगे मुझे मेरी तरह,बस मुस्कुरा के कह दिया सवाल अच्छा है..!!!”
“आपकी यादें भी हैं, मेरे बचपन के खिलौनो जैसी,तन्हा होते हैं तो इन्हें ले कर बैठ जाते हैं..!!!”
“तुम शिकायतें बहुत करती हो बिछड़ने की,पहले भी यही करती थी पर मिलने की..!!!”
“इश्क़ महसूस करना भी इबादत से कम नहीं,ज़रा बताइये, छू कर खुदा को किसी ने देखा हैं..!!!”
“तेरे ही अक्स को तेरा दुश्मन बना दियाआईने ने मज़ाक़ में सौतन बना दिया..!!!”
“काश !!किस्मत भी नींद की तरह होती,हर सुबह खुल जाती..!!!”
“छोटे थे तो सब नाम से बुलाते थे,बड़े हुए तो बस काम से बुलाते है..!!!”
“लफ़्ज़ों से काश बयाँ कर पातें,ख़ामोशियाँ क्या असर करती हैं..!!!”
“वो मेरी होंगी तो लोट आएँगी एक दिन मेरे पास,हम जिसे प्यार करते है उसे कैद नहीं करते..!!!”
“तुझे हकीक़त में अक्सर लोग मुझसे छीन लेते हैं,तुम मिलने मुझसे आया करो अब सिर्फ ख़्वाबों में..!!!”
“दिल ने आज फिर तेरे दीदार की ख्वाहिश रखी है,अगर फुरसत मिले तो ख्वाबों मे आ जाना..!!!”
“उसे हम याद आते है मगर फुर्सत के लम्हों में,यह बात और है की उसे फुर्सत ही नहीं मिलती..!!!”
“चिराग कोई जलाओ की हो वजूद का एहसास,इन अँधेरों में मेरा साया भी छोड़ गया मुझको..!!!”
“तूने हसीन से हसीन चेहरो को उदास किया है,ए इश्क,तू अगर इन्सान होता तो तेरा पहला कातिल मै होता..!!!”
“जिंदगी आ बैठ, ज़रा बात तो सुन,मुहब्बत कर बैठा हूँ, कोई मशवरा तो दे..!!!”
“मोहब्बत भीख है शायद,बड़ी मुश्किल से मिलती है..!!!”
“समंदर के बीच पहुँच कर फ़रेब किया तुमने,तुम कहते तो सही.... किनारे पर ही डूब जाते हम..!!!”
“तुम आओ और कभी दस्तक तो दो इस दिल पर,प्यार उम्मीद से कम हो तो सज़ा-ऐ-मौत दे देना..!!!”
“आओ कुछ देर ज़िक्र करे उन दिनों का,जब तुम हमारे और हम तुम्हारे थे..!!!”
“तुम्हारे ख्वाबों को गिरवी रखके,तकिये से रोज़ रात थोड़ी नींद उधार लेता हु..!!!”
“उनकी चाल ही काफी थी इस दिल के होश उड़ाने के लिए,अब तो हद हो गई जब से वो पाँव में पायल पहनने लगे..!!!”
“तुम याद भी आते हो तो चुप रहते हैं,के आँखो को खबर हुई तो बरस जाएंगी..!!!”
“तू तो ख्वाब थी, हकीकत कभी हुईं तो नहीं,मैंने बस ख्वाब हारा है, तुझे पाने का हौसला तो नहीं..!!!”
“तुम सामने आये तो, अजब तमाशा हुआ,हर शिकायत ने जैसे, खुदकुशी कर ली..!!!”
“नींद को आज भी शिकवा है मेरी आँखों से,मैंने आने न दिया उसको तेरी याद से पहले..!!!”
“आराम से कट रही थी तो अच्छी थी,जिंदगी तू कहाँ इन आँखों की, बातों में आ गयी..!!!”
“तूम्हारे बाद मेरा कोन बनेगा हमदर्द,मैंने अपने भी खो दीए.. तूम्हे पाने कि जीद मे..!!!”
“न करवटे थी न बेचैनियाँ थी,क्या गजब की नींद थी मोहब्बत से पहले..!!!”
“काश ये मोहब्बत ख्वाब सी होती,बस आँखे खुलती और किस्सा खत्म..!!!”
“पलकें खुली सुबह तो ये जाना हमने,मौत ने आज फिर हमें ज़िन्दगी के हवाले कर दिया..!!!”
“तुम्हारी याद के जब ज़ख़्म भरने लगते हैं,किसी बहाने तुम्हें याद करने लगते हैं..!!!”
“एक ही बात इन लकीरों में अच्छी हैं,धोखा देती हैं, मगर रहती हाथ में ही हैं..!!!”
“कितने मसरूफ़ हैं हम जिंदगी की कशमकश में,इबादत भी जल्दी में करते हैं फिर से गुनाह करने के लिए..!!!”
“मुझे दुआएं दिल से मिली हैं,कभी खरीदने को जेब में हाथ नहीं डाला..!!!”
“मत कर यूं बेपनाह इश्क, ऐ नादां दिल उनसे,बहुत जख़्म लगते हैं, जब उँचाई से गिरते हैं..!!!”
“हँस कर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर है मेरी,पर कोई हुनर काम नहीं आता, जब तेरा नाम आता हैं..!!!”
“अगर है दम तो चल डुबा दे मुजको,समंदर नाकाम रहा, अब तेरी आँखो की बारी..!!!”
“ज़माना जब भी मुझे मुश्किल मे डाल देता है,मेरा ख़ुदा हज़ार रास्ते निकाल देता है..!!!”
“थक सा गया हूँ, खुद को सही साबित करते करते,खुदा गलत हो सकता है, मगर मेरी मुहब्बत नहीं..!!!”
“सुलग रही हैं अगरबितयाँ सी मुझ में,तेरी याद ने महका भी दिया और जला भी दिया..!!!”
“घर से तो निकले थे हम ख़ुशी की ही तलाश में,किस्मत ने ताउम्र का हमैं मुसाफिर बना दिया..!!!”
“मै झुकता हूँ हमेशा आँसमा बन के,जानता हूँ कि ज़मीन को उठने की आदत नही..!!!”
“कोशिश बहुत की, राज़-ए-मुहब्बत बयाँ न हो,मुमकिन कहाँ था, आग लगे और धुआँ न हो..!!!”
“जो न मानो तो फिर तोल लेना तराजू के पलड़ों पर,तुम्हारे हुस्न से कई ज्यादा मेरा इश्क भारी है..!!!”
“गुलाम हु मै अपने घर के संस्कारो का,वरना मै भी लोगो को उनकी औकात दीखाने का हुनर रखता हुं..!!!”
“साला दिल तो सिने मैं होता है,पर जब टूटता है,तो दर्द पुरे जिस्म मैं होता है..!!!”
“अगर है दम तो चल डुबा दे मुजको,समंदर नाकाम रहा, अब तेरी आँखो की बारी..!!!”
“तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा थाखबर तो रहती….सफर तय कितना करना है..!!!”
“ख्वाहिशों को जेब में रखकर निकला कीजिये जनाब,खर्चा बहुत होता है, मंजिलों को पाने में..!!!”
“तू रूठी रूठी सी रहती है ऐ जिंदगी,कोई तरकीब बता तुझे मनाने की,मैं साँसें गिरवी रख दूंगा अपनी,बस तू कीमत बता मुस्कुराने की..!!!”
“ऐ खुदा काश !!तेरा भी एक खुदा होता तो तुझे भी ये अहसास होता कि,दुआ कुबुल ना होने पे कितनी तकलीफ होती है..!!!”
“मैं तेरे नसीब कि बारिश नहीं जो तुजपे बरस जाऊं,तुजे तक़दीर बदलनी होगी मुझे पाने के लिए..!!!”
“सजा तो मुझे मिलना ही थी मोहब्बत में,मैंने भी तो कई दिल तोड़े थे तुझे पाने के लिए..!!!”
“जिस्म का दिल से अगर वास्ता नहीं होता,क़सम खुदा की कोई हादसा नहीं होता..!!!”
“घर से तो निकले थे हम ख़ुशी की ही तलाश में,किस्मत ने ताउम्र का हमैं मुसाफिर बना दिया..!!!”
“क्या बात करे यार इस दुनीया की,जो सामने है ऊसे बुरा कहते है,और जीसे कभी देखा नही ऊसे "खुदा" कहते है..!!!”
“उसने यह सोचकर अलविदा कह दिया,गरीब लोग हैं.... मुहब्बत के सिवा क्या देँगे..!!!”
“पलकों की हद को तोड़ कर दामन पे आ गिरा,एक अश्क़ मेरे सब्र की तौहीन कर गया..!!!”
“तु हजार बार भी रूठे तो मना लुगाँ तुझे,मगर देख, मुहब्बत में शामिल कोई दुसरा न हो..!!!”
“उसे बोल दो कि मेरे ख्वाबों में ना आया करे,रोज आँख खुलती है और दिल टुट जाता है..!!!”